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Showing posts from October, 2018

पारस जैन की कहानी WROTE BY AUTHOR PAWAN SINGH

         अध्याय   -1   भविष्य की झलकियां मेरा नाम पारस जैन है और जो मै आपको बताने जा रहा हूं। यह एक सच्ची घटना है। कुछ लोगो को भविष्य की झलकियां उनके सपने में दिख जाती है लेकिन वह ज्यादतर बुरी ही होती है। जिसे लोग बुरे सपने कह देते है लेकिन जब वह सच हो जाती है तो सोच में पड़ जाते है कि यह घटना मेरी कंही देखी हुई है। खैर यह उस रात की बात है जब में थोड़ा जल्दी सो गया था। क्योंकि कल सुबह मुझे अपनी गर्लफ्रेंड से मिलने जाना था। मेरी सुबह नींद खुली एक भयानक आवाज के साथ जो मेरी माँ की थी। वह रोज ही मुझे ऐसे ही उठाती थी क्योंकि मै ज्यादा अच्छा लड़का नही था। न तो मै पढ़ाई करता था और ना ही कोई काम बल्कि मैने कई गुंडों से उधार भी ले रखा था। उठ जा नालायक । भगवान जाने इस लड़के का क्या होगा। मेरी इस बात से पूरी तरह से नींद खुल चुकी थी और घड़ी में देखा तो सुबह के 9 :30 हो रहे थे। मै फिर से लेट हो चुका था अपनी गर्लफ्रेंड से मिलने के लिए मै न े जल्दी से मुँह हाँथ धोया और अपने बेहतरीन मां...